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रावण संहिता वशीकरण मंत्र

रावण संहिता वशीकरण मंत्र

रावण संहिता वशीकरण मंत्र,रावण एक महान तांत्रिक और ज्योतिष का जानकर था| उसे कई शास्त्रों पर महारथ हासिल थी और साथ ही वह एक प्रखर खगोलविद भी था| अपने ज्ञान को संजोने के लिए उसे रावण संहिता की रचना की जिसमें उसने अपने तंत्र ज्ञान, रावण संहिता वशीकरण मंत्र और ज्योतिष के बारे में कई रहस्य उजागर किये हैं| रावण के ज्ञान के आधार पर ही लाल किताब को तैयार किया गया है|

रावण संहिता में जो वशीकरण मंत्र या टोटके दिए गए हैं वे किसी भी समस्या को चमत्कारिक ढंग से हल करने में सक्षम हैं| रावण संहिता वशीकरण मंत्र का प्रयोग करते हुए कई कार्यों को सिद्ध किया जा सकता है|

रावण संहिता वशीकरण मंत्र
रावण संहिता वशीकरण मंत्र

यदि आप धन प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको रावण संहिता वशीकरण मंत्र का प्रयोग यहाँ दिए तरीके से करना होगा| आप किसी दिन शुभ मुहूर्त में उठें और स्नान आदि कार्यों से निपटने के बाद किसी जलाशय के समक्ष एकांत स्थान पर बैठ जाएँ और रावण संहिता वशीकरण मंत्र के अंतर्गत इस मंत्र का जाप धन प्राप्ति के लिए करें|

मंत्र इस प्रकार है –

ओम ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाह:।

इस मन्त्र का जाप रुद्राक्ष की माला के साथ करें| मंत्र जाप आपको लगातार 21 दिनों तक करना हैं| 21 दिन पुरे होने के बाद आपके घर में धन-धान्य की वर्षा होना शुरू हो जायेगी|

यदि आप धन प्राप्ति के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं फिर भी आपको धन प्राप्त नही होता तो आपको रावण संहिता वशीकरण मंत्र के अंतर्गत यहाँ दिए गए मंत्र का जाप लगातार 40 दिनों तक करना चाहिए| इस मंत्र का जाप एक दिन में 108 बार करना चाहिए| धन प्राप्ति का ये मंत्र इस प्रकार है –

मंत्र – ओम सरस्वती ईश्वरि भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाह:।

इस मंत्र का जाप करने से धन संबंधी सभी बाधाएं दूर होने लगती हैं| और आपके ऊपर महालक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है|

कुछ लोग चाहते हैं कि उन्हें चारों तरफ से पैसा ही पैसा प्राप्त हो| यदि आप भी ऐसा ही चाहते हैं तो कोई गलत बात नही है| अधिक पैसा आपको समर्थ बनाएगा और इससे आप और अधिक सार्थक और कल्याणकारी काम कर पायेंगे| तो यदि आप भी चाहते हैं कि आपको चारों तरफ से बस पैसा ही पैसा मिले तो रावण संहिता वशीकरण मंत्र के अंतर्गत इस मंत्र का उच्चारण करें|

मंत्र इस प्रकार है – ऊँ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ ह्रीं ऊँ ऊँ पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा।

इस मंत्र को जाप करने की विधि – इस रावण संहिता वशीकरण मंत्र को दीपावली की रात को करना चाहिए| इस दिन रात में सही मुहूर्त में माँ लक्ष्मी का विधि पूर्वक पूजन करें और फिर सो जाएँ| जब आप सुबह उठें तो बिस्तर पर लेटे हुए ही इस मंत्र का जाप करें और दसों दिशाओं में फूंक मारें| हर दिशा में 10-10 फूंक मारें| बस इतना करने से चारों ओर से धन प्राप्ति के आपके योग प्रबल होने लगेंगे|

धन प्राप्ति के रावण संहिता वशीकरण मंत्र में कुबेर को प्रसन्न करने का मंत्र भी दिया गया है| कुबेर भी धन के देवता हैं| यदि वे प्रसन्न हो जाएँ तो आपके घर परिवार में धन की वर्षा होने लगेगी| आप एक छोटा सा प्रयोग करें और परिणाम खुद ही देख लें| आपको यहाँ दिए गए मंत्र का जाप प्रतिदिन 108 बार करना है| मंत्र इस प्रकार है –

ओम यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाह:।

इस मंत्र का जाप करने के दौरान धनलक्ष्मी कौड़ी भी सामने रखें| इस मंत्र का जाप 3 महीनों तक लगातार करें और फिर इस कौड़ी को तिजोरी में सुरक्षित रख दें| ऐसा करने के बात आपको धन के मामले में आश्चर्यजनक सफलता मिलने लगेगी|

क्या आप गढ़ा हुआ धन प्राप्त करके अमीर बनना चाहते हैं? यदि आपका जवाब है हाँ तो रावण संहिता वशीकरण मंत्र के अंतर्गत यह मंत्र आपकी मदद करेगा| मंत्र इस प्रकार है –

मंत्र: ओम नमो विघ्नविनाशाय निधि दर्शन कुरु कुरु स्वाह:।

इस मंत्र का जाप 10 हजार बार करना चाहिए|

गढ़ा हुआ धन प्राप्त करने की विधि इस प्रकार करें| किसी भी शुभ मुहूर्त में ऊपर दिए गए मंत्र का 10 हजार बार जाप करें| अब गंधक, धतुरे के बीज, शिरीष वृक्ष का पंचांग  हलाहल, , मैनसिल सफेद घुघुंची और उल्लू की विष्ठा लेकर इन्हें सरसों के तेल में पका लें| अब आप इसे लेकर उस स्थान पर जाएँ जहाँ पर आपको धन गढ़ा होने का अंदाजा हो| इस स्थान पर ऊपर दिए गए मंत्र का जाप हजारों बार करें और तैयार सामग्री के साथ धूप-दीप करें| ऐसा करने से धन के आसपास के भूतों का साया हट जायेगा और धन के संकेत मिलने लगेंगे|

यदि आप चाहते हैं कि महालक्ष्मी की कृपा आपपर सदैव बनी रहे तो आपको रावण संहिता वशीकरण मंत्र के अंतर्गत इस मंत्र का जाप करना होगा| मंत्र इस प्रकार है – ओम ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नमह|

रावण संहिता वशीकरण मंत्र के अंतर्गत इस मंत्र जाप करने के लिए अक्षय तृतीय, होली या दीवाली का मुहूर्त सही होता है| इस दिन इस मन्त्र का जाप करने से काफी अच्छा परिणाम प्राप्त होता है|  किसी एकांत स्थान में आसन बिछाकर बैठ जाएँ अब एक गट्टे या रुद्राक्ष की माला लेकर इस मंत्र का जाप 108 बार करें| यदि आप चाहें तो मंत्रोच्चारण की संख्या बढ़ा भी सकते हैं|

रावण संहिता वशीकरण मंत्र के अतिरिक्त दूसरे उपाय करने पर भी आकर्षण का प्रभाव उत्पन्न किया जा सकता है|

यदि आप समाज और कार्यालय में अपना प्रभाव छोड़ना चाहते हैं तो आप थोड़े से बकरी के दूध में बेलपत्र और बिजौरा नींबू मिलाएं और पीस लें| जब भी आप किसी सामाजिक कार्यों में या कार्यालय में जाएँ इसका तिलक लगा लें| ऐसा करने से आपका आकर्षण अद्भुत रूप से बढ़ जायेगा|

आप वशीकरण का प्रभाव उत्पन्न करने के लिए यह प्रयोग कर सकते हैं| आप सफ़ेद आंकड़े का फूल लें और इसे छायाँ में अच्छी तरह सूखने के लिए छोड़ दें| अब किसी सफ़ेद गाय का दूध लेकर आयें और आंकड़े के फूलों को उसके साथ पीस लें| इसका मिश्रण का टिका लगाने से आपके अन्दर वशीकरण की शक्ति आ जायेगी|

रावण संहिता वशीकरण मंत्र बहुत ही असरदार होते हैं| इन्हें विभिन्न प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है| आपकी किसी अच्छे तांत्रिक या ज्योतिष की सलाह से ही कोई प्रयोग करें|