Tag Archives: पति या प्रेमी को वश में करने का अचूक उपाय

खाली नहीं जाते काली हल्‍दी के टोटके

खाली नहीं जाते काली हल्‍दी के टोटके

काली हल्दी के प्रयोगकाली हल्दी के तांत्रिक उपायकाली हल्दी वशीकरण तंत्र- काली हल्दी एक दुर्लभ तांत्रिक प्रयोग की वस्तु है. काली हल्दी के टोटके बहुत ही चमत्कारिक प्रभाव उत्पन्न करते हैं. काली हल्दी अपने आप में ही बहुत ही चमत्कारिक औषधी है. काली हल्दी का मुख्य प्रयोग तांत्रिक उपायों में ही है  तथा इसको घरेलु कार्यों में उपयोग नही किया जाता. इसके तांत्रिक, ज्योतिषिक और आयुर्वेदिक उपाय अपने आप में एक मिसाल हैं. काली हल्दी को माँ काली की पूजा में पूजन सामग्री के रूप में भी उपयोग किया जाता है. इसके प्रयोग से घर में बुरी शक्तियों का प्रवेश संभव नही हो पाता|

खाली नहीं जाते काली हल्‍दी के टोटके
खाली नहीं जाते काली हल्‍दी के टोटके

काली हल्दी के उपाय करने से पहले काली हल्दी की पहचान करना बहुत ज़रूरी होता है. आप काली हल्दी के पौधे को देखकर इसकी पहचान कर सकते हैं. इसकी पत्तियां लम्बी होती है और उनके बीचों-बीच एक काली लकीर होती है. आप काली हल्दी को किसी पंसारी की दुकान से प्राप्त कर सकते हैं. काली हल्दी अपने तांत्रिक प्रयोगों के कारण बहुत प्रसिद्ध है. काली हल्दी से किया गया कोई भी टोटका या उपाय निश्चित ही अपना असर दिखता है. इसलिए जो भी व्यक्ति इसका प्रयोग करता है उसे इसके परिणामों के बारे में एकदम निश्चिंत हो जाना चाहिए.

छोटे बच्चे को अगर नज़र लग जाती है तो आप काले कपड़ा लेकर उसमें काली हल्दी बाँध दें. अब इसे बच्चे के सिर से 7 बार उतारा देकर नदी में बहा दें. इस प्रयोग से बच्चे पर से बुरी नज़र का साया हट जाएगा. घर में अगर कोई सदस्य बीमार है तो आप काली हल्दी का ये प्रयोग ज़रूर करें. आप दो आटें के पेड़े बनाकर उसमें गुड़, चने की दाल और पीसी हुई काली हल्दी दबाकर बीमार व्यक्ति के शरीर से 7 बार उतारा दें और किसी गाय को खिला दें. इस काली हल्दी के टोटके को लगातार 3 गुरुवार करने से बीमारी से मुक्ति मिल जाएगी.

काली हल्दी के प्रयोग

कई लोग अपने जीवन में बहुत सारा धन अर्जित करते हैं लेकिन फिर भी धन उनके घर में टिक नही पाता है. अगर आपके घर में भी ये समस्या है तो आपको ये उपाय करना चाहिए. आप शुल्क पक्ष के पहले शुक्रवार के दिन नागकेशर, सिंदूर और काली हल्दी किसी चांदी की डिबिया में रखकर माँ लक्ष्मी के चरणों से स्पर्श करा के अपनी तिजोरी में रख दें. ये प्रयोग करने से आपके घर में पैसा टिकने लगेगा. काली हल्दी के टोटके गृह दोष की समस्या से निपटने के लिए भी बहुत उपयोगी होते हैं. गुरु या शनि की बुरी स्थिति से निपटने के लिए जातक को शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार से प्रतिदिन काली हल्दी पीस कर उससे तिलक करना चाहिए. इससे गृह दोष को मिटेगा ही आपके लिए धन की बचत के अवसर भी खुल जायेंगे.

अगर आपके व्यापार में पर्याप्त मेहनत करने पर भी आपको सफलता नही मिल रही है तो आप शुक्ल पक्ष में पहले गुरुवार के दिन 11 सिद्ध किये गोमती चक्र, चांदी का एक सिक्का, काली हल्दी और 11 अभिमंत्रित कौड़ियों को एक पीले रंग के कपड़े में बांध लें. अब आप इसके सम्मुख बैठकर ‘ ओम नमो भगवते वासुदेव नम:’ इस मन्त्र का 108 बार उच्चारण करें. मन्त्र का उच्चारण पूरा होने पर इस पोटली को अपने ऑफिस या व्यवसाय की जगह पर रख दें. इस काली हल्दी के टोटके से आपका व्यापार तेज़ गति से तरक्की करने लगेगा. धन की प्राप्ति के लिए आप दीवाली के दिन लक्ष्मी पूजा में काली हल्दी के साथ एक चांदी का सिक्का पीले कपड़ों में रखें. इस उपाय से आप पर माँ लक्ष्मी की कृपा वर्षभर बनी रहेगी.

काली हल्दी के तांत्रिक उपाय

अगर आपके कारखाने में मशीने बार-बार ख़राब हो रही हैं तो आप केसर और काली हल्दी को गंगा जल छिड़क कर लेप तैयार कर लें. इस लेप से मशीनों के ऊपर स्वस्तिक का चिन्ह बना दें. ऐसा करने से आपको इस समस्या से मुक्ति मिल जायेगी. मिर्गी या पागलपन से पीड़ित व्यक्ति का इलाज़ करने के लिए काली हल्दी को कटोरी में रखकर लोभान की धूप दें. अब कटोरी में से के टुकड़ा हल्दी का लेकर उसे एक धागे में पिरोकर मिर्गी से पीड़ित व्यक्ति के गले में टांग दें. कटोरी की हल्दी को पीसकर चूर्ण बना लें और इसे पानी में डालकर मरीज को पिलाते रहें. इस उपाय से मिर्गी से रोगी को राहत मिलती है. इस प्रयोग को किसी शुभ मुहूर्त में करने से मिर्गी, अनिंद्रा और मानसिक रोगों से राहत मिलती है.

अगर आप चाहते हैं कि आपको अपूर्व मात्रा में धन प्राप्त हो तो आप काली हल्दी के टोटके के अंतर्गत ये उपाय गुरु पुष्य नक्षत्र में ज़रूर करें. आप एक लाल कपड़ा लें और इसमें काली हल्दी, कुछ सिक्के और सिंदूर रखकर लपेट दें. इस इस कपड़े को अपनी तिजोरी के भीतर रख दें. इस प्रयोग को करने पर आपको अपने धन में आश्चर्यजनक वृद्धि देखने को मिलेगी. काली हल्दी को वशीकरण तंत्र में भी प्रयोग किया जाता है. किसी भी व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए काली हल्दी में अपनी कनिष्ठा उंगली से रक्त निकाल कर उसमे मिला दें और उसका तिलक करें. इस तरह से तिलक लगाने वाले व्यक्ति के शरीर में अद्भुत आकर्षण की शक्ति उत्पन्न हो जाती है.

काली हल्‍दी के टोटके

अगर आप किसी स्त्री या पुरुष जिससे आप प्यार करते हैं उसे आकर्षित करना चाहते हैं तो काली हल्दी के टोटके के अंतर्गत ये प्रयोग ज़रूर करें. आप काली हल्दी, सफ़ेद चन्दन, श्वेतार्क, गोरोचन, मूल, हरसिंगार की जड़ और पान को लेकर पत्थर पर अच्छे से पीस लें. अब इसके लेप को किसी डिबिया में भरकर रख लें. जब भी आप किसी व्यक्ति पर वशीकरण करना चाहते हो, उसके सम्मुख इस लेप से तिलक लगाकर जाएँ. इस टोटके से उस व्यक्ति पर आपका वशीकरण हो जायेगा और वह आपके अनुरूप कार्य करने लगेगा.

घर को बुरी नज़र, बाधा, टोनों, टोटकों के प्रभाव से बचाने के लिए हनुमान मंदिर से लायी गयी हवन की विभूति, काली हल्दी, रक्त चन्दन, श्वेतार्क मूल आदि मिलाकर एक लेप तैयार कर लें. अब इस लेप से घर के मुख्य द्वार और बाकी सभी द्वार पर स्वस्तिक का चिन्ह बना दें. इस उपाय को करने से आपका घर हर तरह की बुरी नज़र से बचा रहेगा. काली हल्दी के उपाय हर तरह की बाधाओं से रक्षा करने तथा मनोकामना पूर्ति में सहायक होता है. आप काली हल्दी के टोटके इश्तेमाल करके अपने आर्थिक, मानसिक, शारीरिक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं इसके अलावा घर में सुख-सम्रद्धि के लिए भी इसका प्रयोग आपको बहुत अच्छा परिणाम देगा.

लाल किताब के टोटके फॉर लव मैरिज

लाल किताब के टोटके फॉर लव मैरिज

 लाल किताब “ सामुद्रिक शास्त्र के ऊपर आधारित यह किताब हमारे और आपके लिए बहुत ही उपयोगी है | इस में दिए गए सिद्ध टोटके बहुत ही प्रभावशाली है | अतः आज हम आप के लिए लाल किताब के सिद्ध टोटके लेकर आए हैं |

पर ध्यान रहे – लाल किताब के सिद्ध टोटके अपनाने के पहले आपको  निम्नलिखित शर्तों को मानना पड़ेगा –

१) लाल किताब में दिए गए सभी टोटके या उपाय दिन के समय यानी सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले करें |

२) जो भी उपाय आरंभ करें तो उसे बिना पूरा किए ना छोड़े |

३) सात्विकता व सदाचार का ध्यान रहे |

४)  मन में श्रद्धा रखें |

लाल किताब के टोटके फॉर लव मैरिज
लाल किताब के टोटके फॉर लव मैरिज

लाल किताब के सिद्ध टोटके

१) अगर आपको कोई परेशानी हो तो आप यह टोटका अपना सकते हैं – रात को सोते वक्त एक तांबे के पात्र में जल भरे और लाल चंदन अल्प मात्रा में मिला दें | अब पानी से भरे हुए इस पात्र को अपने सिरहाने रखें | प्रात काल स्नानोपरान्त इस जल से तुलसी का पौधा सीचें | धीरे-धीरे आपकी परेशानी आपसे दूर होगी |

२) आर्थिक परेशानी को दूर करने के लिए हर शुक्रवार के दिन पाँच बाल कन्याओं को खीर खिलाएं | साथ में मिश्री भी दें | इस विधि को लगातार २१ शुक्रवार तक करें |

३)  अगर बुखार पीछा नहीं छोड़ रहा हो और दवाईयां भी बेअसर हो रही हो तो जड़ ले  आक की | अब इसे  किसी कपड़े में बांधकर रोगी के कान से बांध दें |  बुखार पीछा छोड़ देगा |

४)  यदि आपको अपने काम धंधे में हानि का सामना करना पड़ रहा है तो आप यह करे- कच्चा कोयला  ले अपने  वजन के समान अनुपात में | अब इसे  जल में  प्रवाहित कर दें |

५) हर शनिवार के दिन शनिदेव को  सरसों का तेल अर्पित करें |

७) प्रतिदिन  हनुमान जी की पूजा करें | हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का  पाठ करें |

८)  किसी गरीब को एक बार जरूर दान करे अपनी पहनी हुई एक जोड़ी चप्पल | यह लाल किताब द्वारा बताया गया एक अत्यंत ही सरल टोटका है जो आपकी मानसिक परेशानी को दूर करेगा |

९) नौकरी टिकाने के लिए आप  हर मंगलवार को  बुदिंया( मीठे) मंदिर में चढ़ाएं | उसके बाद लड़कियों में  वितरित कर दे | इस क्रिया को आप लगातार चार मंगलवार तक करें |

१०) अपने प्रमोशन के लिए प्रत्येक दिन सुबह-सुबह  घास पर चले नंगे  पैर से |

१२) बृहस्पतिवार को  पीले रंग की वस्तु  दान करने से भी प्रमोशन संबंधी बाधाएं दूर होती है |

लाल किताब के वशीकरण टोटके

१) एक अत्यंत प्रभावशाली वशीकरण मंत्र है “शाबर मोहिनी मंत्र “ ..इस के द्वारा किया गया प्रयोग किसी को भी आपके वश में कर सकता है | मंत्र है -‘मोहिनी मोहिनी मैं करा मोहिनी मेरा नाम ,श्राजा मोहा प्रजा मोहा मोहा शहर ग्राम | त्रिंजन बैठी नार मोहा चैकि बैठी को, स्तर बहत्तर जिस गली मैं  जावा सौ मित्र सौ वैरी को | बजे मंत्र फुरे बाचा, देखा महामोहिनी इल्म का तमाशा || इस मंत्र का जाप करते वक्त लाल रंग के वस्त्र पहने |  कुश का आसन बिछाकर उसके ऊपर बैठ जाएं |अपना मुंह उत्तर दिशा की ओर रखें | अपने सामने एक लाल रंग का कपड़ा बिछाएं | उसके ऊपर भैरवी देवी की स्थापना करें | देवि का सोलह श्रृंगार करें |  दीपक जलाएं तिल के तेल का | सात तरह के मिठाई का भोग लगाएं | साथ ही साथ इत्र की शीशी, मीठा पान और एक छोटी इलायची भी देवी के समीप रखें | अब ऊपर दिए गए मंत्र का जाप करें पाँच माला | जाप पूरा हो जाने के बाद बिछाए हुए लाल कपड़े में सभी सामग्रियों को बाँध कर (इलायची नहीं) बहते हुए जल की धारा में प्रभावित करें अथवा किसी सुने स्थान पर रख दें | अब इस अभिमंत्रित इलायची को आप उस व्यक्ति को खिला दे जिससे आप अपने वश में करना चाहते हैं | इलायची खिलाने के पहले भी शाबर मंत्र का उच्चारण करें सात बार | अभीष्ट फल की प्राप्ति निश्चय ही होगी |

लाल किताब के सिद्ध टोटके फॉर हस्बैं

१)  इस वर्ग का अत्यन्त सफल टोटका है – पत्नी लोहे अथवा स्टील का एक ताला खरीदें शुक्रवार के दिन | खरीदते वक्त वह ठीक तरीके से बंद हो रहा है या नहीं  इस  विषय की जांच दुकानदार को ना करने दे,खुद ही करें | अब  उसी रात  शुक्रवार को  सोते वक्त उसके उस ताले को अपने  पास रखें | दूसरे दिन शनिवार को उस  ताले  को  बिना खोले हुए किसी धार्मिक स्थल या मंदिर पर  रख दे | किसी अन्य द्वारा  जब वह ताला खोला जाएगा तो उसके खोलते ही  उस स्त्री का पति जिसने ताला रखा था, वशीकरण से प्रभावित हो जाएगा |

२) “ओम क्रीं वांछितं मे वशमनाय स्वाहा”  इस मंत्र का जाप करने से पर स्त्री – मोह में फंसे हुए पति को वापस वश में किया जा सकता है | जाप शुक्ल पक्ष वाले पहले रविवार के दिन आरंभ किया जाना चाहिए | इसके लिए सबसे पहले प्रातः स्नानोपरान्त  गणेशजी की पूजन करें | गुरु स्मरण करते हुए भैरव की पूजा करें | फिर केसर से एक थाली में स्वास्तिक बनाए | अब इसके ऊपर पवित्र कर शंख तथा मोती रखें | इसकी पूजा करें | जिसको वश में करना है उसका नाम लेकर प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करें १०८ बार | यह क्रिया बिना रुके १ महीने तक लगातार होनी चाहिए |

लाल किताब के सिद्ध टोटके फॉर लव मैरिज

१) प्रेम के प्रतीक भगवान कृष्ण की आराधना करें | प्रति शुक्रवार को राधा- कृष्ण की युगल जोड़ी के समक्ष नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें १०८ बार | तीन माह तक ऐसा करें | आपको फल की प्राप्ति निश्चय ही होगी | मंत्र है- “केशवी  केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूर्ति: रूद्राणी रूद्र देवता |”

२) “कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा” .. इस मंत्र का जाप भी प्रेम विवाह में सहायक है |

३) ” ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः” .. शिव का यहां मंत्र भी प्रेम विवाह में अत्यन्त लाभदायक है | किसी भी सोमवार को रूद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जाप करे | जाप संख्या होनी चाहिए पाँच माला | जाप पूर्ण होने के पश्चात पांच नारियल अर्पित करें भगवान शिव को |

४) ” ओम लक्ष्मी नारायणाय नमः”… शुक्ल पक्ष में आने वाले गुरुवार से इस मंत्र का जाप प्रारंभ करें | जाप हर गुरुवार को लक्ष्मी नारायण की तस्वीर के सामने करें | जाप में स्फटिक की माला व्यवहार करें | जाप संख्या होनी चाहिए १०८ बार |

गणेश वशीकरण

गणेश वशीकरण

हिंदू धर्म में महादेव शिव और माता पर्वती के पुत्र भगवान गणेश की पूजा, आराधना, साधना और उपासना की महत्ता से सभी परिचित हैं। उन्हें घर या कार्यालय के प्रवेश द्वार पर स्थापित करने के साथ-साथ पूजा घर में विशिष्टिता के साथ रखा जाता है। प्रत्येक अनुष्ठान के दौरान सबसे पहले उनकी पूजा की जाती है। यही वजह है कि हर शुभ कार्य के शुभारंभ को ‘श्रीगणेश’ कहकर संबोधित किया जाता है और ‘ ऊँ  गणेशाय नमः!’ मंत्र के जाप से एकाग्रता एवं कार्यारंभ की प्रेरणा मिलती है।

गणेश वशीकरण
गणेश वशीकरण

वैदिक ग्रंथों की मान्यताओं के अनुसार गणेश भगवान की विशिष्ट पूजा और उनके मंत्रों की साधना-सिद्धि से वशीकरण की अद्भुत क्षमता भी हासिल की जा सकती है, जिसका विभिन्न या कहें विशेष कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है। आईए, एक नजर डालते हैं वशीकरण के लिए श्रीगणेश अर्थात गौरी पुत्र गजानन को प्रसन्न करने के लिए गणेश चतुर्थी के दिन से शुरू की जाने वाली पूजा के विधान और मंत्रों के बारे में, जो अचूक प्रभाव देते हैं।

वशीकरण की साधना

भगवान गणेश को भी रूप-सौंदर्य के था आकर्षित करने वाले ईष्टदेव रूप में पूजा की जाती है तथा उनमें आकर्षण या सम्मोहन शक्ति बढ़ाने की क्षमता है। और तो और श्रीगणेश को सभी सिद्धियों विधाता और वशीकरण के आधार देव माने जाते हैं। उनका वशीकरण का बहुपयोगी मंत्र हैः-

ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद्र सर्व जनं मे वशमानाय स्वाहा!!

विधि-विधानः भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने आसन पर ब्रह्म मुहूर्त में पूर्व या पश्चिम की दिशा में बैठकर इस मंत्र के स्पष्ट उच्चारण के साथ उनका ध्यान करना चाहिए। उसके बाद निम्न मंत्र का पाठ करना चाहिए।

मंत्रः ऊँ अस्य हस्तिमुख गणेश मंत्रस्य श्री गणक ऋषिः गायत्री छंदः।

     श्री हस्तिमुख गणपति देवता ममाभीष्ट सिद्धयर्थे विनियोगः।। 

अर्थात् अपने दोनों हाथों में इक्षुदण्ड धारण किए हुए, उनमें पाश और अंकुश लिए हुए। एक हाथ में कमल धारण कर श्यामांगी को बगल में बिठाए हुए त्रिनेत्र रक्त वर्ण वाले गणपति का मैं ध्यान करता हूूं। ऐसी विनती की वाणी के साथ श्रीगणेश के समक्ष जल का छिड़काव करना चाहिए। उसके बाद निम्न मंत्र का पाठ करने से वशीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाई जा सकती है। वह मंत्र इस प्रकार हैः-

ऊँ गं अंगुष्ठाभ्यां नमः हृदयाय नमः

ऊँ गं तर्जनीभ्यां नमः शिरसे स्वाहा

ऊँ गं मध्यमाभ्यां नमः शिखाये वषट्

ऊँ गं अनामिकभ्यां नमः कवचाय हुम्

ऊँ कनिष्ठिकाभ्यां नमः नैत्रत्रयाय वौषट्

ऊँ गं करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः अस्त्राय फट्!!

इस हस्तिमुख गणपति के तीन लाख मंत्र का जाप दस दिनों के अनुष्ठान के दरम्यान पूर्ण करने के बाद दशांश हवन ईख और घी या तेल में तले हुए पुए से करने का विधान है। इस तरह से किए गए गणेश पूजन से वशीकरण की सिद्धि प्राप्त हो जाती है। उसके बाद वशीकरण संबंधी उपाय किए जा सकते हैं। वे इस प्रकार हैंः-

  • पानी में गुड़ मिलाकर बने शरबत से 444 बार वश मं किए जाने वाले व्यक्ति को ध्यान कर तर्पण करें।
  • घी, शहद और शक्कर यानि त्रिमधु को हवन सामग्री में मिलाकर हवन करने से वशीकरण का कार्य संपन्न होता है, तथा नारियल से हवन करने पर श्रेष्ठता और समृ़िद्ध की प्राप्ति होती है।
  • किसी स्त्री को वश में करने के लिए शहद में थोड़ा नमक मिलाकर हवन करने का अचूक लाभ मिलता है। इसके प्रयोग से पहले सामान्य गणेश पूजन आवश्यक है।
  • गणेश पूजन से ग्रहों की बिगड़ी हुई दशा को भी सही कर सकारात्मक प्रभाव देने जैसा बनाया जा सकता है।

गणेश मोहिनी वशीकरण

सम्मोहन या वशीकरण के लिए मेहिनी अर्थात प्रेम-भावना के लिए कई प्रचलित साधनाओं में एक गणेश मोहिनी वशीकरण भी है। इसके जरिए अगर प्रेमी-प्रमिकाएं अपने प्रिय या दंपति जीवनसाथी के प्रेमपाश में बंधे रहने की चाहत रखते हैं। यह एक तरह से यौनाकर्षण बढ़ाने वाले उपयों में से भी एक है। गणेश माहिनी वशीकरण के लिए एक साधना करनी होती है, जिसे घर में नहीं किया जाता है। इसके लिए शाबर मंत्र का 1100 बार आहूति के साथ जाप किया जाता है। वह मंत्र हैः-

ऊँ गणपति वीर वसे मसानेजो मैं मांगु सो तुम आन!

पांच लड्डू वा सिर सिंदूर त्रीभुवन मांगे चंपे के फूल!

अष्ट कुली नाग मोहा जो नाड़ी 72 कोठा मोहु!

इंदर की बैठी सभा मोहु आवती जावती ईस्त्री मोहु!

जाता जाता पुरुष मोहुडावा अंग वसे नरसिंह जीवने क्षेत्र पाला ये!

आवे मारकरनाता सो जावी हमारे पाउ पडंता!

गुरु की शक्ति हमारी भगती चलो मंत्र आदेश गुरुका!!

साधना-सिद्धिः इस मंत्र को साधने और सिद्धि के लिए किसी जंगल, बाग-बगीचे, नदी, तालाब के किनारे,  पार्क या घर के पिछवाड़े एकांत कोने में गणपति के पूजन की तैयारी करनी चाहिए। पूजन सामग्रियों में फूल, पान, नारियल गोला, सफेद चंदन, लाल चंदन, किशमिश, बादाम, काला तिल एवं हवन की सभी सामग्रियों को अनुपातिक मात्रा में मिलाया जाना चाहिए। साथ में भोग के लिए पांच लड्डू और सिंदूर की एक डिब्बी रखना जरूरी है। रात के नौ-दस बजे के बाद हवन की शुरूआत के बाद रात्री के एक बजे तक संपन्न कर लिया जाना चाहिए।

हवन की पूर्णहुति के बाद पूजन की सारी सामग्री वहीं छोड़ देना चाहिए और अभिमंत्रित सिंदूर की डिब्बी को साथ घर लाना चाहिए। वशीकरण के लिए उस सिंदूर का तिलक लगाकर वश में किए जाने वाले व्यक्ति के पास जाने से वह वशीभूत हो जाता है। इस साधना को समस्त नियमों का पालन कर किसी जानकार के सानिध्य और मार्गदर्शन में ही करना चाहिए।

तांत्रिक गणेश मंत्र

श्री गणेश के कुछ मंत्र इतने प्रभावशाली हैं कि उनसे एक सप्ताह के भीतर ही जीवन में चमत्कारी बदलाव आ जाता है। इन्हीं में एक तांत्रिक गणेश मंत्र इस प्रकार हैः-

ऊँ ग्लौम गौरी पुत्रवक्रतुंडगणपति गुरु गणेश।

ग्लौम गणपतिऋद्धि पतिसिद्धि पतिमेरे कर दूर क्लेश।।

विधि-विधानः इस मंत्र की साधान अलग ढंग से की जाती है तथा कुछ खास चीजों के इस्तेमाल और नियम पालन का ध्यान रखा जाता है। जैसे इस मंत्र की साधना के दिन अपने मन को नियंत्रित रखते हुए क्रोध, अपशब्द, कड़वी या व्यंग्यात्मक वाणी के बचने के साथ-साथ मांस-मदिरा, परस्त्री गमन आदि से दूर रहना होता है। सच्चे मन से प्रातः स्नानआदि के बाद भगवान शिव, पार्वती और गणेशजी की सामान्य ढंग से विधिवत पूजा करें। उसके बाद उपर दिए गए मंत्र का 108 बार उच्चारण के साथ जाप करें और यह संकल्प लें कि आपके द्वारा किए जाने वाले कार्य किसी को अहित पहुंचाने या किसी के मन को ठेस पहुंचाने वाले नहीं होंगे। सात दिनों तक ऐसा करने से सुख-समृद्धि की अनुभूति होगी और कार्यक्षेत्र में आने वाली समस्त बाधाएं हट जाएंगी। सहकर्मी, जीवनसााथी, मित्र आदि से हुए वैचारिक मतभेद दूर हो जाएंगे।

इच्छा पूर्ति

मनोकामना सिद्धि या मानेवांछित फल की कामना के लिए दिए गए मंत्र का विधिवत जाप करने से लाभ मिलता है। वह मंत्र हैः-

ऊँ गणपति वशे मशानजो फल मांगु देवे आन,

पांच लड्डू सेर सिंदूरभर आना आता आनंद,

भरपूर नेद्वतीमानफूले फलत जागे मर लियावे,

एक फूले हाथीजो तू माहन रहे,

सूबा बात साथ करो जाऊं तो मुट्ठी करो!!

विधिः इस मंत्र की सिद्धि के लिए किसी भी बुधवार को अनुष्ठान शुरू किया जा सकता है। देसी घी के ज्योत जलाई जाती है, श्रीगणेश की मूर्ति का पूजन किया जाता है और दो लड्डुओं का भोग लगाने के बाद पांच माला जाप किया जाता है। इस मंत्र का 21 दिनों तक जाप करते हुए गणेश भगवान से अपनी इच्छपूर्ति की मन्नत मांगी जाती है।

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि

गोरखनाथ मंत्र साधनागोरखनाथ शाबर मंत्रगुरु गोरखनाथ के उपाय- गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि तीव्र असर करने वाली तंत्र विद्या के अंतर्गत आती है. इस विद्या को उपयोग में लाने से पहले आवश्यक दिशा-निर्देशों को जान लेना ज़रूरी है. प्राचीन तंत्र विद्या में भगवान शिव के मुख से निकले मंत्रो को भी शामिल किया गया है. इन मन्त्रों का असर तीव्र होता है. इसलिए गोरखनाथ विद्या का प्रयोग करने वाले को सावधानियां बरतनी चाहिए.

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि
गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि एक प्राचीन तंत्र विद्या है. इसका प्रयोग करके कोई भी साधक अपनी ज़िन्दगी में सफलता प्राप्त कर सकता है. इस वशीकरण साधना में किसी व्यक्ति को सम्मोहित करके उससे अपने अनुरूप काम करवाना जा सकता है.

गुरू गोरखनाथ चैरासी सिद्धियों में प्रमुख माने जाते हैं. इनका दूसरा नाम गोरक्षनाथ भी है. वे योगी, अवधूत, और सिद्ध हठयोगी पुरुष माने जाते हैं. गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि में कुछ ख़ास मंत्र दिए गए हैं जिनके प्रयोग से आश्चर्यजनक से परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं. इनके द्वारा सिद्ध किया गया शाबर मंत्र अपने आप में बहुत असरदार है.

गुरु गोरखनाथ ने कई शाबर मन्त्रों की रचना की थी. नाथपंथ के अनुसार भगवान शिव को आदिनाथ भी कहा जाता है. उन्होंने तंत्र-मंत्र की विद्या भीलों को प्रदान की थी. भीलों से ये विद्या मत्स्येन्द्रनाथ तक और फिर गुरु गोरखनाथ तक पहुंची.

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि में शक्तिशाली शाबर मन्त्रों का प्रयोग करने से पहले गुरु गोरखनाथ को मन्त्रों से प्रसन्न करना बहुत फायदेमंद होता है.

गोरखनाथ वशीकरण मंत्र:

सत नमो आदेश! गुरूजी को आदेश!

ॐ गुरूजी!

डार शाबर बर्भर जागे, जागे अढ़ैया और बराट

मेरा जगाया न जाग,

 तो तेरा नरक कुंड मं वास!

दुहाई शाबरी माई की!

दुहाई शाबरनाथ की!

आदेश गुरु गोरख की!!

 

इस मंत्र के लिए एक गोबर का कंडा कर सुलगाएं. अब इस पर गुगुल डालें और इस मंत्र का उच्चारण करें. इस मंत्र को जाग्रत करने के लिए इसका 108 बार उच्चारण करें. इस विधि के अनुसार लगातार 21 दिनों तक मन्त्रों का जाप करना चाहिए.

गोरखनाथ विशिकरण सिद्धि में किसी मंत्र के द्वारा किसी को अपने वश में किया जा सकता है. वशीकरण के लिए इस मंत्र का प्रयोग किया जाता है.

गोरखनाथ वशीकरण मंत्र:

ओम एक नमक रमता माता, दूसरा नमक विरह से आता।

तीसरा नमक औरी-बौरी, चैथा नमक रहै कर जौरी।

यह नमक अमुक 1 खाए, अमुक 2 को छोड़ दूसरा नहीं जाए।

दुहाई पीर औलिया की, जो कहे सो सुने।

जो मांगे सो देय। दुहाई गौरा पर्वती की।

दुहाई कामख्या की। दुहाई गुरू गोरखनाथ की।

इस मंत्र में अमुक1 और अमुक2 आया है. इसके लिए जब आप मंत्र का उच्चारण करें तो अमुक1 की जगह वशीकरण करने वाले का नाम लें तथा अमुक2 की जगह जिसको वश में करना है उसका नाम लें. इस मंत्र को मुख्य रूप से किसी स्त्री को वश में करने के लिए प्रयोग किया जाता है.

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि से जीवन साथी का वशीकरण करने के लिए पाने के पत्ते के डंठल को घिस कर तिलक लगायें. इसके प्रयोग से आपके जीवनसाथी या प्रेमी पर आपका आकर्षण सदैव बना रहेगा.

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि में बिगड़े हुए पति को रास्ते पर लाने के लिए भी मंत्र है. अगर किसी स्त्री का पति व्यभिचारी है और दूसरी स्त्रियों के पीछे पागल रहता है तो ये मंत्र उपयोगी होता है.

मंत्र: ओम काम मालिनी ठः ठः स्वाहा!

ओम र्हीं क्लीं कलिकुंड स्वामिनी अमृत वक्र अमुकं जुमभय मोहय स्वाहा!!

अगर आप एकसाथ कई लोगों को अपने वशीभूत करना चाहते हैं तो इसके लिए भी गोरखनाथ मंत्र साधना में मंत्र उपलब्ध हैं. अगर आप चाहते हैं हर कोई आपकी बात को महत्व दे और आपकी बातों की उपेक्षा न करे तो इस मन्त्र का जाप 108 बार करें.

गोरखनाथ वशीकरण मंत्र –

ओम नमो भगवती मातंगेश्वरी सर्व मन रंजनी सर्वषान महातगे कुवरी के नंद नंद जिव्हे सर्व जगत वश्य मानय स्वाहा!!

गुरु गोरखनाथ के उपाय में ये मंत्र भी बहुत कारगर है. इस मंत्र का उपयोग किसी भी वशीकरण के प्रभाव को नष्ट कर देता है. वशीकरण का प्रभाव नष्ट करने के लिए सात नदी या सात कुओं से पानी ला कर वशीभूत व्यक्ति को इस मंत्र का उच्चारण करते हुए नहलाया जाता है. यह उपाय बिमारियों से भी मुक्ति दिलाता है.

गोरखनाथ वशीकरण मंत्र –

ओम वज्र में कोठा, वज्र में ताला, वज्र में बंध्या दस्ते द्वार,

तहां वज्र का लग्या किवाड़ा!

वज्र में कील, जहां से आया तहां से जावे,

जाने भेजा, जाकूं खाए, हमको फेर न सूरत दिखाए!

हाथ कुं, नाक कुं सिर कुं पीठ कुं कमर कुं छाती कुं!

जो जोखो पहुंचाए, तो गुरु गोरखना की आज्ञा फुरे!

मेरी भक्ति गुरु की शक्ति, फुरो मंत्र इवरोवाचा!

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि में एक अन्य बहुत ही सिद्ध मंत्र होता है. इस मन्त्र के लिए कोई विशेष विधि करने की आवश्यता नही होती है. इस मंत्र का जाप 31 बार रात के समय करना चाहिए. यह मंत्र इस प्रकार है:

ॐ नम: महादेवी सर्वकार्य सिद्धिकर्णी जो पाती पुरे,

ब्रह्म: विष्णु महेश तीन देवतन मेरी भक्ति गुरु की,

शक्ति श्री गुरु गोरखनाथ की दुहाई फुरो मंत्र ईश्वर वाचा!!

 

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि को करने के लिए आपको कुछ ज़रूरी बाते ध्यान में रखनी चाहिए. अगर आप इन बातों को ध्यान में रखकर विधिपूर्वक मंत्रो का जाप और साधना करते हैं तो आपको काफी अच्छा परिणाम बहुत ही कम समय में देखने को मिल जायेगा.

गोरखनाथ के उपाय करते समय ध्यान रहे कि आप इनका प्रयोग किसी सकारात्मक उद्देश्य की पूर्ति के लिए कर रहे हों. गोरखनाथ के उपायों किसी विशेष प्रकार की विधि की आवश्यता नही होती है. अपने सकारात्मक उद्देश्य की पूर्ति के लिए इनका प्रयोग आशाजनक परिणाम देता है साथ ही इनके प्रयोग से किसी के द्वारा किये गए वशीकरण के प्रभाव को नष्ट भी किया जा सकता है.

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है. कोई भी व्यक्ति बिना किसी सिद्ध गुरु के बैगर इन मंत्रो के जाप से लाभ प्राप्त कर सकता है. इन मंत्रो और साधनाओं को करने के लिए लाल या सफ़ेद रंग का आसन उपयुक्त होता है. इन मंत्रो का जाप करते हुए गुरु गोरखनाथ के प्रति मन में पूर्ण श्रद्धा होनी चाहिए.

गोरखनाथ वशीकरण सिद्धि का प्रयोग करने पर कोई भी साधक अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है. आप अपने उद्देश्य के प्रति एकाग्र हो कर अगर गोरखनाथ के उपाय करेंगे को आपको निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी.

पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय

पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय

अगर आप अपने पति को पराई स्त्री से दूर करना चाहती हैं तो आपको निराश होने की आवश्यता नही है. क्योंकि यहाँ दिए गए अपनी पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय/सौतन से छुटकारा पाने के उपाय आपके लिए काफी उपयोगी साबित होंगे.

अगर आपका पति पराई स्त्री के रूप यौवन के पीछे दीवाना हो जाए तो आपकी खुशियों को ग्रहण लग जाता है. ऐसे में कोई भी चीज़ आपको सुख नही देती. आपके पास एक ही उपाय होता है कि किसी तरह आप अपनी सौतन से छुटकारा पायें.

पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय
पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय

हालाँकि पुराने समय में एक से अधिक स्त्रियाँ रखने का चलन था. लेकिन अब परिस्थितयां बदल चुकी है और कानून भी बदल चूका है. इसलिए ये सौतन आपके लिए नही मुसीबत खड़ी करे, इससे छुटकारा पा लेना ही बेहतर है.

शादी के शुरुआत में तो आपके पति आपसे काफी प्रेम करते हैं. लेकिन 2-3 वर्षों के बाद उनका आपके प्रति आकर्षण कम होने लगता है. अब उनका ध्यान इधर-उधर भटकने लगता है. ऐसे में आपका मन अशांत और परेशान होने लगता है.

अगर आस पड़ौस या ऑफिस में खूबसूरत और जवान लड़कियाँ होती हैं तो आपके पति का मन विचलित होने में देर नही लगती. आपकी कोशिश रहती की आपकी सौतन न रहे. लेकिन आज की जीवन शैली और टीवी को देखकर कोई भी मचल सकता है.

अगर आपका पति किसी भी कारण से पराई स्त्री के चुंगल में फँस गया है तो उससे छुटकारा पा सकती हैं. सौतन से छुटकारा मंत्र और सौतन को दूर करने का टोटका इसमें आपकी मदद करेंगे.

यहाँ पर सौतन को दूर करना का टोटका बताया जा रहा है. इस टोटके के पीछे ये सिद्धांत है कि आप अपने पति पर आपना प्रेम जाल फैला दें. इससे सौतन का आकर्षण ख़ुद ब ख़ुद समाप्त हो जायेगा. ये टोटका इस तरह से है:

ये उपाय आपको भगवान श्री कृष्ण का नाम ले कर करना है. शुक्रवार के दिन 3 इलायची लें. इन्हें अपने पहने हुए परिधान में लपेट कर रख लें. अगले दिन शनिवार को इन्हें पीस कर खाने में मिला कर अपने पतिदेव को खिला दें. इस टोटके को लगातार 3 शुक्रवार करें. ऐसा करने पर आपक पति ख़ुद ब ख़ुद आपके प्यार में दीवाना होने लगता है. और सौतन अपने आप दूर हो जाती है.

इसी सिद्धांत पर आधारित एक और उपाय है. इस उपाय से आपके पति पर आपके रूप सौन्दर्य का जादू चढ़ जायेगा और वह सौतन से कोसों दूर हो जायेगा. ऐसा करने के लिए आपको अपने पति को एक ख़ास किस्म का तिलक लगना है. तिलक लगने की विधि इस प्रकार है:

नारियल, कपूर और धतूरे के बीजो को पीस ले. जब भी आपका पति सामने हो, आप इसका तिलक लगायें. इसके आपका पति आपके प्रेम में पागल होने लगेगा और आपकी सौतन से दूर होने लगेगा. इस उपाय को पूरे आत्म-विश्वास के साथ नियमित करें. आपको इससे काफी अच्छा परिणाम प्राप्त होगा.

एक और सौतन से छुटकारा मंत्र है. पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय मंत्र के रूप में है. इसका नियमित उच्चारण करने से आपके यौवन की शक्ति बढ़ जाती है. अगर आपके यौवन में दमदार ताकत है तो आपके पति फिर से आपके प्यार में पड़ जायेंगे. ये कामदेव का पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय/मंत्र है:

ओम कामदेवाय विद्यम्हे, रति प्रियायै धीमहि, तन्नो अनंग प्रचोदयात्।

अपने प्रभाव को मज़बूत करने के लिए शाबर मंत्र का प्रयोग भी करें.

सौतन से छुटकारा शाबर मंत्र :

ओम नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो, भवामि यस्य यस्य मम मुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा।

पति पर अपने यौवन का जादू डालने का मंत्र. ये शुक्र गृह का मंत्र है. इसके आपके यौवन का प्रभाव बढ़ जायेगा. शुक्र मंत्र – ओम दां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः

आपके पति का दूसरी औरत या लड़की के प्रति आकर्षित होने का मतलब है कि उन्हें आपके प्यार नही मिल पा रहा है. इसलिए आपकी कोशिश रहनी चाहिए कि आप अपने पति की शारीरिक और भावनात्मक ज़रूरतों का ख़ास ख़याल रखें. साथ ही पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय भी लगातार करती रहें.

अगर आप अपने पति से सच्चा प्यार करती हैं, तो किसी सौतन को उन्हें आपसे छीनने के हिम्मत नही हो सकती. पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय पूरे मनोयोग से करना चाहिए. आप कोशिश करें कि आपके बीच क्लेश उत्पन्न न हो. घर में प्यार का वातावरण हो तो प्रेम का स्वाभाविक रूप से बढ़ जाता है.

सौतन से छुटकारा मंत्र बहुत कारगर होता है. घर से क्लेश मिटाने के लिए इस मंत्र का ४२००० बार उच्चारण करें. मंत्र इस प्रकार है:

धाम धिम धूम धुर्जट पत्नी वां वीं वुम वागधिश्वरी।

क्राम क्रीम कृम कालिका देवि, शाम शिम शुम शुभम कुरु।।

इस मन्त्र का जाप आप सुबह माँ दुर्गा या काली देवी की तश्वीर की सामने करें. धुप बत्ती और फूल अर्पित करने के बाद इस मंत्र का उच्चारण करें. ऐसा करने पर आपके घर में सुख शांति की बरसात होने लगेगी.

सौतन को दूर करने का टोटका ये टोटका काफी उपयोगी साबित हुआ है. इस टोटके में साबूत पान के पत्ते पर कपूर और चन्दन लगायें. इनके मिश्रण से एक तिलक लगायें और पति या उनकी तस्वीर के शामने जाएँ. ये उपाय 43 दिन तक करना चाहिए. 43 दिन तक प्रयोग करने के बाद इस पत्तों को बहते पानी में छोड़ दें.

पति को पराई स्त्री से दूर करने का उपाय जो यहाँ दिया गया है, बहुत कारगर साबित हुआ है. इस उपाय के अनुसार आपको माहवारी के दौरान रात में पति की छोटी से कुछ बाल काट लेना है. याद रहे आपके पति को इसके बारे में कुछ पता नही चलान चाहिए. कुछ दिनों बाद इन बालों को जला कर पैरों से कुचल दें. और घर से बाहर फैक दें. ऐसा करने पर धीरे-धीरे आपके पति की अकल ठिकाने आने लगेगी और आप सौतन के झंझट से मुक्त हो जाएँगी.

यहाँ एक और सौतन को दूर करने का टोटका बताया जा रहा है. इस टोटके के परिणाम भी बड़े ही चमत्कारिक होते हैं. ये टोटका इस प्रकार है:

इस टोटके में आपके रविवार के दिन अपने शयनकक्ष में अपनी सौतन का नाम ले कर गुगुल की धुनी दें. ऐसा पूरी श्रद्धा से लगातार 4 रविवार तक करें. इसके आपको बड़ा लाभ होगा.

इसमें से कोई भी पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय आपके काफी काम आ सकता है. आपको इनको करते हुए मन में प्रेम और विश्वास रखने के आवश्यकता होगी. आपका प्रबल मनोबल इसमें आपके काफी काम आएगा.

कामाख्या तंत्र साधना

कामाख्या तंत्र साधना

पौराणिक कथानुसार गौरी के पिता दक्ष ने जब यज्ञ किया था तब उसमें भगवान शिव का अनादर देखकर उनकी पत्नी  गौरी ने क्रोध में आकर हवन के कुंड में कूदकर अपने देह को त्याग दिया | क्रोधित होकर  भगवान शंकर उनके शव को  उठाकर  तांडव करने लगे | चारों तरफ हाहाकार मचने लगा | विष्णु भगवान ने अपने सुदर्शन  चक्र को उठाया  और  शव के ५१ टुकड़े कर दिए ताकि शिव का क्रोध शांत हो जाए | अंगों के टुकड़े  जहां जहां गिरे वे बाद में शक्ति पीठ के रूप में चिन्हित  हो गए | इन अंगों में से  माता  गौरी की योनि  कमरों  नाम के स्थान पर  गिरी थी  और यह स्थान  देवी के गर्भ गृह के नाम से विख्यात कामाख्या शक्ति पीठ हुआ | यहाँ पर देवी कामाख्या की मूर्ति की जगह ‘योनि” रूप में शिलाखंड की पूजा होती है , तंत्र साधना होती है | आज हम भी इस लेख में हम आपके लिए लेकर आए हैं कामाख्या तंत्र साधना |

कामाख्या तंत्र साधना
कामाख्या तंत्र साधना

कामाख्या तंत्र साधना में सबसे पहले देवी के मंत्र की अर्थात कामाख्या मंत्र की साधना करे,जो बहुत ही शक्तिशाली माना गया है | इस मंत्र में सिद्धि प्राप्त करने के बाद कुछ भी पाना असंभव नहीं है | साधना को आरंभ करें सर्वप्रथम विनियोग से | फिर करन्यास करें और अंत में अंगन्यास करें | इसके पश्चात श्रद्धा पूर्वक ध्यान लगाएं और देवी के अतुलनीय रूप पर अपना ध्यान एकत्रित करे | देवी का स्वरुप है –देवी कामाख्या लाल वस्त्र धारण किए हुए हैं | वे कमल के समान कोमल तथा सुंदर है और चंद्र जैसी उज्ज्वला हैं | जिनके  ललाट पर  सिंदूर से तिलक लगाया हुआ अत्यधिक सुशोभित हो रहा है | दो भुजाएं वाली देवी तीन नेत्रों वाली है | जिनका सिंहासन मणि माणिक्य  से सुशोभित है | मां  के होंठ पर स्निग्ध  मुस्कुराहट हैं | वह अनेक विद्याओं को जानने वाली हैं | उनके समक्ष सभी डाकिनी और शाकिनी हाथ जोड़ नतमस्तक है | सिंहों की टोली भी उनका वंदन कर रही है | देवी के वचनों का श्रवण करने के लिए देवी सरस्वति और लक्ष्मी भी व्याकुल रहती है | हर लोकों में पूजनीय देवी कामाख्या अति ही करुणामयी है तथा सबका मंगल चाहने वाले हैं |

अब हम आपके लिए कामाख्या वशीकरण मंत्र का उल्लेख करने जा रहे हैं जिसकी साधना से सभी मनोरथ की पुष्टि होती है | यह अत्यंत शक्तिशाली मंत्र है | देवी की मंत्र साधना के बाद षोडशोपचार पूजा करें तथा इसके बाद नीचे दिए गए मंत्र को जपे | लेकिन, ध्यान रहे जाप आरंभ करने के पहले किसी भी सुयोग्य तांत्रिक से परामर्श अवश्य करें तथा उसी के परामर्शानुसार जाप संख्या का संकल्प करें | मंत्र है –”त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं  स्वाहा |”

उपरोक्त मंत्र के जाप के बाद नीचे दिए गए मंत्र के द्वारा देवी का वंदन करें | मंत्र है —

“कामाख्ये कामसंपन्ने,  कामेश्वरी हर-प्रिया कामनां देहिमे नित्यं,  कामेश्वरी नमोस्तुते |

कामदे काम-रूपस्थे  सुभगे सुरसेविते   करोमि दर्शनं देव्या: सर्वा-कामार्थ सिद्धिये |

यह साधना कामाख्या में किसी योग्य तांत्रिक या गुरु के निर्देशानुसार ही होनी चाहिए |

कामाख्या मंत्र साधना का एक अत्यंत प्रभावशाली टोटका या मंत्र है –”ओम् त्रीं  नमः “..इस मंत्र का जाप किसी भी स्थान से किया जा सकता है | कृष्ण पक्ष की नवमी को रात्रि १२:०० बजे पूर्व दिशा की ओर अपना चेहरा करके बैठे लाल आसन के ऊपर | अब अपने सामने कामाख्या देवी की तस्वीर रखें |  पानी वाला एक जटा-नारियल ले | बिना जटा हटाए इसके ऊपर सिंदूर में तेल मिलाकर टीका करें | अब इसे देवी को समर्पित करे, पूजन करें पंचोपचार विधि द्वारा | इसके बाद प्रसाद देवी को अर्पित करें |  अब अपने दाहिने हाथ में जल लेकर विधिवत जाप करने के लिए संकरल्प करें तथा ऊपर बताए गए मंत्र का मूंगे की माला से जाप करें | जाप लगातार तीन दिनों तक करें | जाप संख्या होनी चाहिए प्रतिदिन ५१ माला | जाप की समाप्ति के बाद नारियल को किसी नदी में प्रवाहित कर दें |

कामाख्या सिंदूर प्रयोग  कामाख्या मंदिर में पाए जाने वाले सिंदूर को कामिया सिंदूर कहते हैं जो अन्य कहीं नहीं मिलता | मान्यताओं के अनुसार इस सिंदुर का व्यवहार करने से विवाहिताओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है | अगर इस सिंदूर  को अभिमंत्रित किया जाए तो दैनिक जीवन  के विभिन्न समस्याओं के समाधान में इसका अत्यंत चमत्कारी  रूप देखने को मिलता है | इसको अभिमंत्रित किए जाने में अत्यंत नियम का पालन करना चाहिए | इसकी विधि– शुक्रवार के दिन  पूजा  शुरू करें | कामाख्या  सिंदूर  अभिमंत्रित किए जाने के लिए  सिंदूर को एक चांदी की डिबिया में ढक्कन लगाकर रखे | मंत्र का जाप करने के वक्त इसे अपने सामने रखें | इस पूजा के समय लाल वस्त्र धारण करें और आसन का रंग भी लाल ही होना चाहिए | लगातार सात दिन तक इस मंत्र का जाप करें तथा विधि पूर्वक पूजा करें | चुटकी भर सिंदूर में उसी अनुपात के अनुसार केसर, चंदन मिला लें  और  गंगाजल से  इसे घोलें | अब  ११ बार जाप करें कामाख्या मंत्र का | जाप जाप  समाप्त होने के बाद  इस सिंदूर के मिश्रण से तिलक लगाएं | इसके लगाते ही लगाने वाले  व्यक्ति में किसी को भी सम्मोहित करने की ताकत आ सकती है |

कामाख्या सिंदूर प्रयोग

सबसे पहले  सिंदूर का  पूजन करें विधि विधान से | अब नीचे दिए गए मंत्र द्वारा  लगातार बिना नागा  सात रविवार तक जाप करें | जाप संख्या होनी चाहिए  प्रतिदिन १०८ वार | मंत्र है —

“हथेली में हनुमंत,भैरू बसे कपार |

नरसिंह की  मोहिनी मोहे सब संसार,

मोहन रे मोहनता वीर

सब वीरन में तेरा सीर,

सबकी नजर बांधन दे

तेल सिंदूर चढ़ाऊं तुझे, तेल सिंदूर कहां से आया ?

कैलाश पर्वत से आया कौन लाया?

अंजनी का हनुमंत, गौरी का गणेश लाया | काला गोरा तोतल तीनों बसे कपार दुहाई कामिया सिंदूर की

हमें देख शीतल हो जाए सत्य नाम आदेश गुरु की  सत गुरु सेट कबीर “

मंत्र का जाप संपूर्ण होने के बाद इस सिंदूर को चुटकी भर लेकर वापस दिए गए उपरोक्त मंत्र को  सात वार जाप करे तथा अपने  मस्तक पर तिलक लगाएं | यह वशीकरण प्रभाव उत्पन्न करता है |

राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज

राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज

राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज, राधा कृष्ण को प्रेम का प्रतीक माना जाता है| भारतीय संस्कृति में जब भी लोग प्रेम की चर्चा करते हैं वे राधा कृष्ण के ही उदाहरण देते हैं| राधा कृष्ण का प्रेम शाश्वत प्रेम है| अगर कोई व्यक्ति प्यार में सफलता प्राप्त करना चाहता हैं तो उसे राधा कृष्ण की आराधना अवश्य करनी चाहिए| यहाँ पर राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज दिए जा रहे हैं| यदि इनका उच्चारण विधि पूर्वक किया जाता तो लव मैरिज में जल्द ही सफलता मिल जाती है|

राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज इस प्रकार है – “ओम क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लाभाय स्वाहा:” इस मंत्र का जाप करने के लिए हर शुक्रवार राधा-कृष्ण के मंदिर जाएँ और उनका दर्शन करें| उन्हें फूलों की माला चढ़ाएं और मिश्री आदि का भोग लगायें| अब मंदिर में ही बैठकर ऊपर दिए गए मंत्र का उच्चारण 108 बार करें| ये राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज आपके प्रेम विवाह में आने वाली हर बाधा को दूर कर देगा| इस मंत्र का उच्चारण लगातार जारी रखें जब तक कि आपका प्रेम विवाह संपन्न न हो जाए|

राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज
राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज

प्रेम विवाह में सफलता के लिए पूरे मन से राधा कृष्ण की भक्ति करनी चाहिए| आप भगवान कृष्ण की मूर्ति के सामने बैठकर उन्हें फूल, मिठाई और धूप दीप दें| भगवान कृष्ण का चित्र या मूर्ति सामने स्थापित करें| आप एक गुलाबी रंग का आसन लगाकर मूर्ति के सामने बैठ जाएं| एक चन्दन की माला लेकर इस राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज का जाप करें| यह मंत्र इस प्रकार है – “ओम हूँ हुं ह्रीं सः कृष्णाय नम:|” जाप पूरा होने के बाद भगवान के चित्र या मूर्ति पर शहद छिड़कें|

प्रेम विवाह में सफलता प्राप्त करने के लिए हर ज्योतिषी राधा कृष्ण की आराधना की सलाह देता है| इसके लिए रोज राधा कृष्ण के मंदिर जाना चाहिए और उनके समक्ष अपनी मनोकामना प्रकट करनी चाहिए| जब आप निरंतर मंदिर जाते हैं तो राधा कृष्ण की दिव्य द्रष्टि आपके प्रेम के राह के हर रोड़े को समाप्त कर देती है| जब आप राधा कृष्ण के मंदिर जाएँ तो ये राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज का जाप करें| मंत्र इस प्रकार है – “केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता”

यदि आप तीन महीने के भीतर ही अपना प्रेम विवाह करना चाहते हैं तो यहाँ दिए गए मंत्र का उच्चारण राधा कृष्ण के चित्र सामने या मंदिर में जाकर हर शुक्रवार को 108 बार करें| यह राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज इस प्रकार है – “केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूर्ति: रूद्राणी रूद्र देवता|” इस विधि को लगातार 3 महीने तक जारी रखें इससे आपको प्रेम विवाह में निश्चित सफलता मिलेगी|

राधा कृष्ण को माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है| इसलिए विष्णु लक्ष्मी के मंत्र का उच्चारण भी प्रेम विवाह को संपन्न करने में प्रभावी होता है| इसके लिए आप हर गुरुवार को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के समक्ष बैठकर “ओम लक्ष्मी नारायणाय नमः” इस मंत्र का स्फटिक माला से 108 बार उच्चारण करें| इस विधि को शुक्ल पक्ष के गुरुवार से शुरू करना शुभ माना गया है|

राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज के अलावा भगवान शिव के प्रेम विवाह का मंत्र भी आपकी मनोकामना की पूर्ति कर सकता है| प्रेम विवाह में सफलता प्राप्त करने के लिए भगवान शंकर का मंत्र इस प्रकार है – “ओम सोमेश्वराय नम:”| आप दूध में थोड़ा सा गंगा जल मिलाएं और फिर उसे शिवलिंग या शिव की मूर्ति पर चढ़ाएं| अब भगवान के सम्मुख बैठकर इस मंत्र का रुद्राक्ष की माला से जाप करें| इस मंत्र के साथ 5 माला जाप संपन्न करें और फिर भगवान शिव को नारियल चढ़ाएं| ये प्रेम विवाह में सफलता का अद्भुत प्रयोग है|

यदि प्रेमी युगल में कुछ फुट हो गयी को तो राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज के स्थान पर भैरव का प्रेम विवाह मंत्र का उच्चारण करें| यह मंत्र इस प्रकार है – “ओम ज्लौम रहौं क्रोम उत्तरनाथ भैरवाय स्वाहा:” इस मंत्र का जाप करने के साथ ही भैरव देवता को मीठी रोटी प्रसाद स्वरुप भेंट करनी चाहिए| इस मंत्र का जाप करने से प्रेमी जोड़ों के बीच की दूरी मिट जाती है और फिर से करीब आने लगते हैं और उनका प्रेम विवाह होने की संभानाएं प्रबल होने लगती हैं|

अपने प्रेम विवाह की संभावना को मजबूत करने के लिए प्रेमी जोड़ों को पूर्णिमा या शुक्रवार के दिन ज़रूर मिलना चाहिए| यदि इस दिन पूर्णिमा हो तो और भी शुभ माना जाता है| जो भी प्रेमी जोड़े विवाह के बंधन में बंधना चाहते हैं वे राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज के साथ इस प्रयोग को भी ज़रूर करें|

राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज का प्रयोग करने से पहले ये देख लें कि कहीं आपकी कुंडली में मंगल दोष तो नही है| यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है तो इसका शीघ्र ही इसका समाधान कर लें| मंगल दोष होने पर यदि उसका समाधान न किया जाए तो प्रेम विवाह को करने के सारे प्रयास निष्फल हो जाते हैं|

यदि आप प्रेम विवाह करने के इक्छा रखते हैं तो एक तुलसी की माला लें और यहाँ दी गई राम चरित मानस की चौपाई का एक सौ आठ बार उच्चारण करें| यह चौपाई इस प्रकार है –

सुनिसिय सत्य असीस हमारी।
पूजहि मन कामना तिहारी।।

प्रेम विवाह में शीघ्र सफलता के लिए इस चौपाई को हर दिन 108 बार ज़रूर पड़ना चाहिए|राधा कृष्ण मंत्र फॉर लव मैरिज के अलावा भी कुछ उपाय हैं जिनके माध्यम से प्रेम विवाह करने में सफलता मिलती है| प्रेम विवाह में सफलता के लिए आप हर शनिवार शिव लिंग पर काले तिल चढ़ाएं| इसके अलावा शनिवार के दिन नदी में एक नारियल भी छोड़ देना चाहिए|

प्रेम विवाह में सफलता के लिए काले घोड़े की नाल का छल्ला भी बहुत काम आता है| इस छल्ले को मध्यमा उंगली में धारण करने से सफलता मिलती है|प्रेम विवाह में आने वाली किसी भी अड़चन से निज़ात पाने के लिए आप एक तांबे का चौकोर टुकड़ा लें और इसे चुपचाप किसी स्थान पर ले जाएँ और जमीन में गाढ़ दें|  ये उपाय प्रेम विवाह की हर अड़चन को आपसे दूर रखेगा|

आप लाल किताब के अनुसार एक तरफ से सिकी हुए आठ रोटियां भूरे रंग के कुत्ते को खिलाते हैं तो आपके प्रेम विवाह की राह सुगम हो जाती है|

हाथ पर नाम लिखकर वशीकरण

हाथ पर नाम लिखकर वशीकरण

हाथ पर नाम लिखकर वशीकरण, दोस्तों आज तक हमने आपको वशीकरण के बहुत सारे उपाय बताए हैं। आज हम जिस उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, उसका शीर्षक है हाथ पर नाम लिखकर वशीकरण यानी कि हाथ पर नाम लिखकर कैसे किसी को वशीकरण करेंगे इस बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं इसके लिए आपको इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा।

अब आपको लग रहा होगा कि कैसे हाथ पर नाम लिखकर हम किसी को भी वशीकरण कर सकते हैं क्या यह संभव है तो हम आपको बता दें कि जी हां, यह बिल्कुल संभव है आप किसी को भी वशीकरण कर सकते वह भी अपने हाथ पर नाम लिखकर कैसे आइए जानते हैं-

हाथ पर नाम लिखकर वशीकरण
हाथ पर नाम लिखकर वशीकरण

यह उपाय  है तो बहुत छोटा सा लेकिन है बहुत लाभकारी अगर आप बिना किसी परेशानी के इस टोटके को अपना सकते हैं तो  हम आपको दावे के साथ कह सकते कि  दुनिया में किसी भी  शख्स को आप अपने हाथ से ही वशीकरण कर सकते हैं वह भी हथेली पर उस शख्स का नाम लिखकर।

इस वशीकरण के टोटके में सिद्धि पाने के लिए आपको 2 चीजों का जुगाड़ करना पड़ेगा– पहला है इलायची और लाल स्याही वाला पेन।

इलायची और लालपेन सबसे पहले आप बाजार से जाकर खरीद कर लेकर आइए। खरीदने का कोई निश्चित समय ,निश्चित दिन नहीं है आप किसी भी दिन खरीद कर ला सकते हैं।

यदि आप बहुत गुस्से वाले प्रकृति के मानव है और आप से हमेशा कोई ना कोई रूठ जाता है तो यह टोटका आपके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हो सकता है वह भी टोटकों  के माध्यम से आप आपके ऊपर रूठे हुए लोगों को मना सकते हैं।

इस टोटके में ऐसी शक्ति है जो आपसे रूठ कर दूर बैठे हुए व्यक्ति को भी मना सकता है और आपसे बातचीत करवा सकता है इतना ही नहीं ये टोटका आपके व्यवहार में भी बदलाव ला सकता है आप के गुस्से को भी वशीभूत कर सकता है।

हम आपको पहले भी बहुत बार बता चुके हैं कि वशीकरण एक ऐसा उपाय है जिससे किसी को भी कहीं भी कहीं से भी रहकर ही वशीकरण कर सकते हैं बस आपका उद्देश्य सही हो अगर गलत करने के लिए यह टोटका करेंगे तो आप सफल नहीं होंगे।

ज्योतिष शास्त्र के ज्योतिष आचार्यों का भी यही मानना होता है कि अगर वशीकरण के टोटके आप अच्छा करने के लिए करते हैं तो ठीक है वरना आपको उचित परिणाम भोग करना हो सकता है। आप को रात के 12:00 बजे के बजे के बाद उपाय करने से उसमें सफलता बहुत जल्दी मिलती है। वशीकरण के उपायों को इसीलिए आधे रात में ही किया जाता है क्योंकि उस वक्त परिवेश भी शांत होता है और शांत परिवेश में तो टोटका करना बहुत अच्छा होता है।

ध्यान रखे हाथ से वशीकरण के टोटके को करते वक्त आपको कोई भी ना देखे यदि आपको यह टोटका करते हुए कोई भी देख लेता है तो आपको इस टोटके में बिल्कुल भी सफलता नहीं मिलेगी इसलिए हम आपको बार-बार इसी बात पर जोर दे रहे हैं कि इस टोटके को आप को  आधी रात को ही करना है जिस वक्त सब लोग सोए हुए हो और कोई भी आपको यह टोटका करते हुए न देखे जिससे आपको आसानी से सफलता मिल सके।

अब हम आपको बता दें कि किसी भी शनिवार के दिन रात के 12:00 बजे के बाद आप दो इलायची एवं लाल पेन लेकर अपने   बाए हथेली पर उस व्यक्ति का नाम लिखिए जिस व्यक्ति को आप वशीभूत करना चाहते हैं, उस व्यक्ति का नाम लिखिए जो आप से नाराज होकर कहीं दूर चला गया और आप हमेशा के लिए चाहते कि वह व्यक्ति आपके जिंदगी में वापस आ जाए और कभी भी आपसे ना रूठे।

अब आप अपने बाए हथेली पर अपने दाहिने हथेली से उस व्यक्ति का नाम लिखे जो व्यक्ति आपसे नाराज है और उसी व्यक्ति को आप मनाने के लिए यह टोटका कर रहे हैं जैसे  रोहन ध्यान रखे आप रोहन को मनाने के लिए है यह टोटका करें जिससे वह आपसे पहले जैसा ही बात करें आप दोनों के बीच में जो भी अन- बन हुई है ,वह पूरा खत्म हो जाए इसलिए आप इस टोटके को अपना रहे हैं इसलिए नाम लिखते वक्त आपको प्रार्थना करनी है ईश्वर से की है उस पर रोहन मुझसे वशीभूत हो जाए।

उपाय को करने के बाद आपको बाए हथेली के पर नाम लिखने वाले स्थान पर उन दो इलायची को रखना है और अपने हाथ की मुट्ठी को कसकर बांध कर रखना है। मुट्ठी आपको तब तक बांध कर रखना है जब तक कि आपके हाथ से पसीना नहीं निकल जाता। ध्यान रखें जब भी आप की हाथ की मुट्ठी बंद हो तो वह इस तरीके से बंद हो जिससे उसके अंदर हवा भी ना जा पाए वरना पसीना नहीं आएगा और आप का टोटका असफल हो जाएगा।

  वशीकरण  कुरु  कुरु  स्वः

फिर इस मंत्र का जाप आपको करना पड़ेगा उपाय करने के बाद और जैसे ही आप 51 बार इस मंत्र को पढ़ ले वैसे ही आप उन दो इलायची को किसी ऐसे स्थान पर रख दीजिए जहां पर कोई ना जाए या फिर जहां पर कोई उस इलायची को ना देख सके किसी ऐसे गुप्त स्थान पर आपको इलायची को छुपा कर रखना है।

जब इलायची सूख जाए तब आप इलायची का पाउडर करके उस व्यक्ति को खिला दीजिए जो आप से रूठा हुआ है अगर वह व्यक्ति के समक्ष हुई है उसके तस्वीर में ही खिला दीजिए उससे वह व्यक्ति जल्दी-जल्दी वशीभूत हो जाएगा और आपके समक्ष वापस लौट आएगा । आप की जिंदगी में फिर से रौनक होगी, फिर से खुशियां होगी फिर से शांति होगी।

हम आशा करते हैं आपको यह उपाय समझ में आया होगा इस उपाय को करने में आपको कोई भी कठिनाई  नहीं होगी। हम दावे के साथ यह भी कह सकते हैं कि अगर आप इस उपाय को सफलतापूर्वक करेंगे और सारे विधि को ध्यान पूर्वक मानकर करेंगे तो आपको इसमें अवश्य सफलता मिलेगी।

ईश्वर से प्रार्थना करते हैं हम कि आप की जिंदगी में खुशियों की बहार हो और आप हमेशा खुश रहे हैं यह हमारी दुआ है।

रूठे हुए प्यार को मनाने के टोटके

रूठे हुए प्यार को मनाने के टोटके

रूठे हुए प्यार को मनाने के टोटके, प्यार में छोटी-छोटी बातों को लेकर रूठना-मनाना लगा रहता है, लेकिन कई बार जब प्रेमियों के बीच अनबन होने पर बात अधिक बिगड़ जाती है तो रूठे हुए प्यार को मनाना मुश्किल हो जाता है। इसपर किसी शायर ने क्या खूब लिखा है- रूठे रब को मनाना आसान है, लेकिन रूठे यार को मनाना मुश्किल!

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रूठे हुए प्यार को मनाने के टोटके
रूठे हुए प्यार को मनाने के टोटके

हालांकि यदि कुछ टोटके के उपाय से यह मुमकिन किया जा सकता है। वैदिक तंत्र-मंत्र और शाबर मंत्र की विद्या में प्रेमी या प्रेमिका को मनाने के अलग-अलग, लेकिन अचूक प्रभाव वाले टोटके बताए गए हैं। इसके लिए उपाय करने से पहले रूठने का कारण अवश्य पता करना चाहिए। यदि प्रेमी या पति किसी दूसरी प्रेमिका या औरत के वश मंे आ गया हो, तो खोया हुआ प्यार पुनः पाने का टोटका प्रयोग में लाना चाहिए।

पीपल के पत्तेः इस टोटके को प्रेमी या प्रेमिका कोई भी अपने प्यार को पाने के लिए आजमा सकते हैं। अमावस्या के दिन पीपल के दो पत्ते तोड़ लाएं। पत्ते पीले हों, लेकिन सूखे नहीं होने चाहिए। एक पर काजल से अपने प्रिय व्यक्ति का नाम लिख दें, और उन्हें वहीं पीपल के पेड़ के पास ही उलटकर किसी भारी पत्थर से दबाकर रख दें।

दूसरे पर सिंदूर से नाम लिखें और उसे अपने घर की छत पर उल्टा कर पहले की तरह किसी भारी पत्थर या सामान से दबा दें। इस काम को लगातार 15 दिनों तक करें। पूर्णिमा के दिन दोनों जगहों से सभी पत्तों को निकलें और प्रिय व्यक्ति का नाम लेते हुए उसपर जल का अध्र्य दें। उन पत्तों को पीपल के पेड़ के पास ही गड्ढे में दबा दें। इसका असर कुछ दिनों में अवश्य दिखेगा।

तिलक का असरः रूठे हुई प्रेमिका को मनाने का यह बेहद की सरल और अचूक उपाय है। नारियाल के तेल में धतूरे के बीज को पीस लें। उसमें थोड़ी मात्रा शहद की मिला दें। प्रातः स्नान आदि के बाद उस मिश्रण का तिलक लगाएं और प्रेमिका के सामने जाएं। प्रेमिका से बातें का सिलसिला शुरू करते हुए कोशिश करें कि आपके माथे पर लगे तिलक पर उसकी दृष्टि अवश्य पड़े। या फिर वह अनायास आपके तिलक को देखकर चैंक जाए। यदि ऐसा हो गया तो समझें आपके रूठे प्यार की नाराजगी दूर हो गई है।

तीन इलायचीः रूठे प्रेमी या पति को मनाने के लिए यह टोटका किया जाना चाहिए। इसके लिए तीन इलायची लें और भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण करते हुए शुक्रवार को उसे अपने शरीर से स्पर्श कर पहने हुए कपड़े में छिपाकर रख लें। जैसे दुपट्टे या साड़ी के पल्लू के कोने में बांध लें या फिर रूमाल में सहेज लें। अगले दिन यानी शनिवार की सुबह या दिन में जब भी प्रेमी या पति से मिलें तब उसे वही इलायची भेंट करें या फिर किसी व्यंजन में चुपके से मिलाकर खिलाने की कोशिश करें।

कुछ ज्योतिषीय उपायः यादि प्यार में प्रेमी या प्रेमिका का रूठना बार-बार होने लगे तो समझें प्यार की कृपा-दृष्टि बरसाने वाले ग्रह-सितारें की दशा ठीक नहीं है। इसके लिए जन्म कुंडली के जरिए ज्योतिषीय सलाह लें। उनके बताए निर्देशों का पालन करते हुए कुछ साधारण टोटके भी करें। जैसे-

  • जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह को मजबूत करने का उपाय करवाएं।
  • कुंडली के पांचवें भाव में रहने वाले स्वामी ग्रह को अधिक मजबूत बनाने के अतिरिक्त सप्तम भाव और सप्तमेश में ग्रह की बिगड़ी स्थिति को अवश्य शांत करवाएं।
  • प्रेमियों को सख्त हिदायत दी जाती है वे एक-दूसरे को काली वस्तु उपहार में नहीं भेंट करें।
  • उपहार में देने के लिए अक्सर लाल, गुलाबी और पीले रंग की वस्तु का ही चयन करें।
  • प्रेमी के रूठे स्वभाव को खत्म करने के लिए लड़की को चाहिए कि वह अपने हाथों में हरी चूड़ियां और गुरूवार को पीला पहनावा पहने।
  • जन्म कुंडली में कालसर्प दोष हो तो उसकी शांति के वैदिक उपाय करें।
  • यदि जन्म कुंडली में मंगल दोष हो तब इससे मुक्ति के उपाय अवश्य करें, वरना प्यार मिलकर भी दूर हो जाएगा
  • प्रेम में मुधरता बनी रहे इसके लिए प्रेमियों को डेटिंग या मिलने के जगह का चुनाव भी सोच-विचारकर करना चाहिए। जैसे लाल रंग की अधिकता वाले दक्षिण-पश्चिम दिशा वाले जगह पर नहीं जाएं।

शाबर मंत्र का टोटकाः रूठे हुए प्रेमी या प्रेमिका को मनाने के लिए एक अचूक मंत्र है-

मोहिनी माता, भूत पिता, भूत सिर बेताल,

उड़ ऐं काली नगिनी को जा लग।

ऐसी जा के लाग कि नागिन को लग जावै हमारी मुहब्बत की आग।

न खड़े सुख, न लेटे सुख, न सोते सुख।

सिंदूर चढ़ाऊं मंगलवार, कभी न छोड़े हमारा ख्याल।

जब तक न देखे हमारा मुख, काया तड़प-तड़प मर जाए।

चलो मंत्र, फुरो वाचा। दिखाओ रे शब्द, अपने गुरु के इल्म का तमाशा।

इस मंत्र का शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से आठ दिनों तक विधि-विधान के साथ जाप किया जाना चाहिए। जाप के लिए एक शांत-एकांत जगह चुनें, जो घर का कोई हिस्सा हो सकता है। रात को दस बजे कंबल के आसन पर पूरब की ओर मुंह कर बैठ जाएं। धुला हुआ कपड़ा पहनें और अपने सामने पानी का एक लोटा और दीपक या धूपबत्ती रखें।

जाप प्रारंभ करने से पहले दीपक जला लें धूपबत्ती से वातावरण को सुगंधित कर लें। अब उसका स्मरण करे, जिसे मनाना चाहते हैं। काफी मनोयोग से आंखें बंदकर मंत्र का जाप तबतक करें जबतक कि रूठे या खोए प्यार की तस्वीर आंखों के सामने नहीं आ जाए। मंत्र मंे नागिन शब्द के जगह प्रेमी या प्रेमिका नाम लें।

सोलह सोमवारः जिस किसी का प्रेमी रूठ गया हो या फिर किसी दूसरे के प्रति आकर्षित हा गया हो उसके सच्चे प्यार को पाने के लिए प्रेमिका को चाहिए कि वह सच्चे मन से सोलह सोमवार का व्रत रखे। उन्हें भगवान शिव का वरदान अवश्य मिलेगा।

मंत्र जापः अपने प्यार की सुरक्षा और प्रिय को रूठने से बचाने के लिए एक बीज मंत्र का एक सप्ताह तक प्रतिदिन जाप करें। मंत्र हैः- ऊँ हीं नमः! इसके जाप के समय लाल परिधान पहनें और कुमकुम की माला से एक हजार बार जाप करें।

मां दुर्गा की पूजाः रूठे हुए प्यार को पाने या मनाने के मां दुर्गा की शरण में जाएं और उनकी प्रतिमा पर लाल रंग की चुनरी चढ़ाएं। प्यार की सलामती का मन्नत मांगें।

भगवान विष्णु और मां लक्ष्मीः प्यार की मधुरता कायम रखने के लिए भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की तीन माह तक पूजा करें। इस पूजा को शुक्ल पक्ष में गुरुवार के दिन से प्रारंभ करें तथा पूजन के बाद ऊँ लक्ष्मी नारायण नमः का तीन माला यानि 324 बार जाप करें।

Premi ko Vash me karne ke Upay in Hindi

पति-पत्नी या प्रेमिका को वश में करने का मंत्र(Premi ko Vash me karne ke Upay in Hindi )
पति-पत्नी में अनबन होना आम बात है क्योंकि जहां प्रेम होता है वहीं तकरार भी होती है। लेकिन कभी-कभी यह छोटी सी तकरार बढ़ा रूप ले लेती है। ऐसे में पति-पत्नी के बीच मनमुटाव अधिक हो जाता है और कई बार इसका परिणाम पति-पत्नी के रिश्ते को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इस समस्या से बचने के लिए नीचे एक मंत्र दिया गया है। यदि इसका विधि-विधान से जप किया जाए तो पति-पत्नी के बीच कभी अनबन नहीं होती साथ ही प्रेम और प्रगाढ़ होता जाता है।

मंत्र:
अक्ष्यौ नौ मधुसंकाशे अनीकं नौ समंजनम्।
अंत: कृणुष्व मां ह्रदि मन इन्नौ सहासति।।
विधि:
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर एकांत स्थान पर कुश का आसन लगाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके उस पर बैठ जाएं। अब सामने मां पार्वती का चित्र स्थापित कर उसका पूजन करें। इसके बाद इस मंत्र का यथाशक्ति या कम से कम 21 बार जप करें। कुछ ही दिनों में आपको इस मंत्र का असर दिखने लगेगा। अगर किसी कारणवश आप इस मंत्र का जप नहीं कर सकते तो यह जप किसी ब्राह्मण द्वारा भी करवाया जा सकता है।

प्रेमी को वश में करने के टोटके(Premi ko Vash me karne ke Upay):

1 .सफेद गुंजा की जड़ को घिस कर माथे पर तिलक लगाने से सभी लोग वशीभूत हो जाते हैं।
2 .यदि सूर्य ग्रहण के समय सहदेवी की जड़ और सफेद चंदन को घिस कर व्यक्ति तिलक करे तो देखने वाली प्रेमी वशीभूत हो जाएगी।
3.राई और प्रियंगु को ‘ह्रीं’ मंत्र द्वारा अभिमंत्रित करके प्रेमी के ऊपर डाल दें तो वह वश में हो जाएगी।
4 .शनिवार के दिन सुंदर आकृति वाली एक पुतली बनाकर उसके पेट पर इच्छित प्रेमी का नाम लिखकर उसी को दिखाएं जिसका नाम लिखा है। फिर उस पुतली को छाती से लगाकर रखें। इससे प्रेमी वशीभूत हो जाएगी।
5 .बिजौरे की जड़ और धतूरे के बीज को प्याज के साथ पीसकर प्रेमी को सुंघाया जाए वह वशीभूत हो जाएगा।
6 .नागकेसर को खरल में कूट छान कर शुद्ध घी में मिलाकर यह लेप माथे पर लगाने से वशीकरण की शक्ति उत्पन्न हो जाती है।
7.नागकेसर, चमेली के फूल, कूट, तगर, कुंकुंम और देशी घी का मिश्रण बनाकर किसी प्याली में रख दें। लगातार कुछ दिनों तक नियमित रूप से इसका तिलक लगाते रहने से वशीकरण की शक्ति उत्पन्न हो जाती है।